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| "Shaikh Isa Malkapur - Digital Journalist & Founder of Malkapuram News". |
मलकापुर शहर का (परपेट) क्षेत्र की आबादी लगातार बढ़ी है, लेकिन विकास की रफ्तार उतनी नहीं रही। नालियों, सड़कों और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी अब भी यहाँ की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
15–20 साल में बढ़ी आबादी, विकास पीछे छूटा
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 15–20 सालों में यहाँ की जनसंख्या कई गुना बढ़ चुकी है। नए घर और बस्तियाँ बनीं, लेकिन सड़कें और नालियाँ अभी भी अधूरी या जर्जर हालत में हैं।
नालियों और सड़कों की पुरानी समस्या
बरसात के मौसम में नालियों के पानी से सड़कें डूब जाती हैं।
कई जगहों पर पक्की नालियाँ तक नहीं बनीं।
सड़कों की स्थिति खराब है, जिससे लोगों को रोज़मर्रा की परेशानी उठानी पड़ती है।
शिक्षा सुविधाओं की कमी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जिस तरह से आबादी बढ़ी है, उसी तरह शिक्षा के अवसर और संस्थान नहीं बढ़ पाए।
कई बच्चों को दूर जाकर पढ़ाई करनी पड़ती है।
प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की सुविधाएँ सीमित हैं।
जिम्मेदारी किसकी?
स्थानीय नागरिकों के बीच यह सवाल लगातार उठ रहा है कि इस स्थिति की ज़िम्मेदारी किसकी है?
क्या यह प्रशासन की लापरवाही है?
क्या प्रतिनिधियों ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं निभाई?
या फिर विकास योजनाओं का क्रियान्वयन अधूरा रह गया?
जनता की उम्मीदें
परपेट क्षेत्र के लोग अब भी उम्मीद लगाए हुए हैं कि आने वाले समय में यहाँ विकास कार्य तेज़ होंगे। उनकी प्राथमिक माँग है:
नालियों की समस्या का समाधान
सड़कों का पक्का निर्माण
शिक्षा की बेहतर सुविधाए
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https://www.malkapuramnews.in/2025/09/blog-post_7.html
मलकापुर शहर का परपेट क्षेत्र 15–20 सालों में आबादी और विस्तार में तो आगे बढ़ा, लेकिन बुनियादी विकास की रफ्तार उतनी तेज़ नहीं रही। नालियों, सड़कों और शिक्षा जैसे मुद्दों पर अब स्थानीय प्रशासन और प्रतिनिधियों को ठोस कदम उठाने होंगे। सवाल यह है कि कब तक यहाँ की जनता इन सुविधाओं से वंचित रहेगी।

